
सनी देओल अभिनीत फिल्म “ग़दर 2” 11 अगस्त 2023 को भारत मे रिलीज होने वाली है। इस फ़िल्म के निर्देशक अनिल शर्मा हैं। इस फ़िल्म के अन्य कालाकार हैं – अमीषा पटेल, उत्कर्ष शर्मा, मनीष वाधवा, सिमरत कौर, राकेश बेदी, लव सिन्हा, गौरव चोपड़ा, मुश्ताक खान।
फ़िल्म ग़दर 2 की सम्पूर्ण कहानी –
तारा सिंह (सनी देओल) और सकीना (अमीषा पटेल) पंजाब में रह कर हंसी खुशी जीवन गुजार रहें हैं। उनका बेटा जीते (उत्कर्ष शर्मा) अब युवा हो गया है। तारा सिंह चाहते हैं कि उनका छोटा बेटा जीते चंडीगढ़ जाकर उच्च शिक्षा लेकर सेना में अधिकारी बने। लेकिन जीते एक फिल्म अभिनेता बनने के इच्छुक है। तारा और सकीना एक-दूसरे के प्रति पहले जैसा ही प्यार करते हैं। तारा सिंह सेना छावनी में माल आपूर्तिकर्ता के रूप में काम करने लगा है, जिसके कारण तारा सिंह के कर्नल सिंह के साथ अच्छे संबंध हैं।
उधर पाकिस्तान में सेना अधिकारी हामिद (मनीष वाधवा) तारा सिंह से बदला लेने के लिए काफी बैचेन है, जिसने वर्षों पहले सकीना को भारत वापस ले जाते समय उसके 40 सैनिकों को मार डाला था।
एक रात पाकिस्तानी सेना ने मोराद पहाड़ी पर कब्ज़ा करने के लिए हमला कर दिया। मेजर भार्गव और बटालियन ने बमुश्किल जवाबी कार्रवाई की। तारा सिंह युद्ध के मैदान में मेजर की बटालियन को अपने ट्रक में गोला-बारूद की आपूर्ति करता है। इस भीषण युद्ध में मेजर भार्गव, कुछ अन्य भारतीय सैनिक और कुछ भारतीय ट्रक ड्राईवर, पाकिस्तान की आर्मी द्वारा पकड़ लिये जाते हैं। इधर भारत में तारा सिंह की कोई खबर नहीं मिलती है। भारत में जब ये खबर पहुँचती है कि कुछ जवान सहित कुछ ट्रक ड्राईवर भी पाकिस्तानी आर्मी की कैद में हैं तो सकीना और सभी अन्य को लगता है कि तारा सिंह भी पाकिस्तानी आर्मी की कैद में है। यह सोच सकीना काफी दुखी हो जाती है। सकीना ने लापता तारा सिंह के बारे में जानने की बहुत कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
अपनी माँ की हालत देख जीते से रहा नहीं जाता है वह अपने पिता का पता लगाने पाकिस्तान जाने का इरादा बनाता है। और वह पाकिस्तानी पासपोर्ट बना कर घर में अपनी माँ के नाम एक ख़त छोड़ कर चुपचाप बिना किसी को बताये घर से निकल जाता है और अवैध रूप से पाकिस्तान पहुँच जाता है। किसी तरह वो तारा के दोस्त गुल्लू और नानू के पास पहुँचता है। गुल्लू की मदद से उसे उस होटल में खानसामे की नौकरी मिल जाती है, जो उस जेल में खाना सप्लाई करता है जहां भारतीय सैनिकों को रखा गया है। होटल मालिक खान की बेटी मुस्कान (सिमरत कौर) को जीते से प्यार हो जाता है। जब जीते को यह पता चलता है कि मुस्कान उससे सच का प्रेम करने लगी है तो वो उसके साथ छल नहीं करने का फैसला करता है, और मुस्कान को अपनी सच्चाई बता देता है कि वह भारिय है और अपने पिता तारा सिंह को जेल से छुडवाने पाकिस्तान आया है। पहले तो मुस्कान को ये जान कर काफी ठेस पहुँचता है कि जीते भारतीय है और अवैध रूप से पकिस्तान आया है, लेकिन जब मुस्कान को ये पता चलता है कि जीते सिर्फ अपने पिता के लिए पकिस्तान आया है तो वो जीते की मदद करने का फैसला करती है। और मुस्कान उसे अपने साथ ईद के दिन उस जेल में खाना पहुंचाने ले कर साथ में जाती है, जहाँ तारा सिंह के होने की संभावना है। जब जीते ईद पर भोजन की आपूर्ति करने के लिए जेल पहुंचता है, तो वह तारा सिंह की तलाश करता है। उसे अन्य बंदी भारतीय सैनिक तो मिलते हैं लेकिन तारा नहीं। उस रात जीते जेल के भीतरी इलाकों में घुस जाता है, और वो देखता है कि तारा सिंह का एक मित्र वहां पर कैद है, उसने जीते को बताया कि तारा सिंह पकड़ा ही नहीं गया था। लेकिन इसके पहले कि जीते वहां से निकल पाता, जेल के अधिकारीयों द्वारा वह पकड लिया जाता है।
उधर भारत मे उसी दिन तारा सिंह अपने घर पहुंचता है और वह बताता है कि आर्मी पोस्ट पर हमले के दौरान वह एक नदी में गिर गया था, और नदी में बहते हुए भारतीय क्षेत्र में चला आया। गाँव वालों ने उसे बचाया, लेकिन वह कई दिन तक कोमा में रहने की वजह से घर वापस नहीं आ पाया था। जब होश आया तब वो वापस घर आया। तब उसे सकीना बताती है कि उनका बेटा जीते उन्हें खोजने पाकिस्तान चला गया है, वह भी घर में बिना किसी को बताये। तारा यह सुन कर पहले तो क्रोधित होता है, लेकिन वह प्रण करता है कि वह जीते को वापस लाने खुद पाकिस्तान जायेगा। फिर तारा सिंह अपने बेटे को पाकिस्तान से भारत लाने के लिए वह पाकिस्तान जाता है और वहां गुल्लू और नानू से मिलता है। तब उसे पता चलता है कि जनरल हामिद ने जीते को पाकिस्तान की जासूसी करने और मुस्कान के साथ छेड़छाड़ का करने फर्जी आरोप लगाते हुए जीते को खुले मैदान में सजाये मौत देने की व्यवस्था किया हुआ है। तभी एन मौके पर तारा सिंह वहां पहुंचता है और हामिद को ललकारता है, तभी गुल्लू और उसके दोस्त वहां बम फेंक देते हैं जिसके कारण भीड़ में भगदड़ मच जाती और उस भगदड़ का फायदा उठा कर तारा सिंह भीषण संघर्ष कर जीते को छुड़ाकर वहां से निकलने में सफल हो जाता है। पाकिस्तानी सैनिक, पुलिस उनका पीछा करते हैं। तारा और जीते एक दमकल गाड़ी के उपर बैठ कर निकल रहे थे तभी पाक सैनिकों के हमले में दमकल के परखच्चे उड़ जाते हैं, लेकिन तारा एयर जीते बच जाते हैं. लेकिन जीते पुल पर से गिर कर नीचे गुजर रही ट्रेन के उपर गिर जाता है, और इस प्रकार तारा और जीते फिर से अलग हो जाते हैं। तारा को 72 घंटे में पकड़ने के सेना प्रमुख के आदेश से जनरल हामिद पर दबाव है।
जीते की एक खबर मिलने पर तारा जीते को वापस लाने के लिए एक विश्वविद्यालय क्षेत्र में पहुंच जाता है और वहां वे दोनो एकजुट हो जाते हैं। तभी उसे वहां गुल्लू आ कर तारा सिंह को बेटे समेत बॉर्डर पार करवाने के लिए गाडी का इंतजाम करता है। इस मदद के पीछे होटल मालिक खान भी तारा सिंह की मदद करता है। और तारा सिंह को कहता है कि मेरी बेटी मुस्कान को भी अपनी बहु बना कर अपन साथ ले जाए। तारा सिंह कहता है अब से मुस्कान मेरी बेटी समान है। तारा सिंह, जीते और मुस्कान बॉर्डर क्रॉस करने ही वाले थे कि जनरल हामिद एक हेलीकॉप्टर के जरिये वहां पहुँच जाता है, और मुस्कान के परिवारवालों और अन्य भारतीय कैदी को साथ में लाता है और कहता है कि अगर भागने की कोशिश की तो वो इन सभी को मार देगा। इसी क्रम में वो मुस्कान के भाई को हेलिकोप्टर से नीचे गिरा कर मार देता है. यह देख तारा सिंह, जीते और मुस्कान आत्मसमर्पण कर देते हैं। एक खुले मैदान में तारा सिंह और अन्य सभी को बाँध कर रखा जाता है और उन सबको मारने का आदेश दिया जाता है। लेकिन तारा सिंह फिर संघर्ष करता है। और वह अपने साथ सभी को बंधन से आजाद कर देता है फिर भारतीय सैनिक एक टैंक पर कब्जा कर लेते हैं और उसी पर सब बैठ कर बॉर्डर की तरफ निकल पड़ते हैं। पाकिस्तान की आर्मी भी उन सब का पीछा करती है। लेकिन इस भागमभाग में पाकिस्तान की आर्मी भारतीय क्षेत्र में प्रवेश कर जाती है और भारतीय सेनाओं द्वारा घेर ली जाती है। अपने आप को भारतीय फ़ौज से घिरा देख पाकिस्तानी आर्मी ने खुद को आत्मसमर्पण कर दिया। तारा सिंह पहले तो हामिद को बहुत बात सूना कर उसे छोड़ भारत की तरफ जाने लगता है, लेकिन हामिद मौका देख उस पर गोली चलाने ही वाला होता है कि भारतीय आर्मी उसे गोलियों से भुन देती है। अंततः तारा सिंह, जीते और मुस्कान और अन्य सभी कैदी भारतीय सैनिकअपने देश भारत लौट आए। कर्नल सिंह जीते की बहादुरी देख कर उसे भारतीय फ़ौज में भर्ती कर लेते हैं। जीते और मुस्कान विवाह कर लेते हैं.
Gadar 2 is a old type action movie.