
शाहरुख़ खान अभिनीत फिल्म जवान 7 सितम्बर 2023 को हिंदी, तेलुगु और तमिल भाषा में रिलीज हुई. इस फिल्म के निर्देशक एटली हैं. इस फिल्म के अन्य कलाकार हैं – नयनतारा, विजय सेतुपति, संजय दत्त, एजाज खान, सुनील ग्रोवर एवं अन्य.
फिल्म जवान का की कहानी संक्षिप्त में कुछ इस तरह है. – 1986 में स्पेशल फ़ोर्स कमांडो विक्रम राठौड़ (शाहरुख खान) एक सैन्य अभियान में अपनी टीम को लीड करते हुए जाता है.जैसे ही वह आतंकवादियों के समीप जाता है, तभी पता चलता है कि उनकी टीम के साथ लाइ हुई एक भी बन्दुक नहीं चल रही है. इस तरह उसके कई साथी आतंकवादियों द्वारा मारे जाते हैं. लेकिन किसी तरह बमों का इस्तेमाल कर विक्रम राठौड़ के जवान उस मिशन में कामयाबी पाते हैं. जब वापस हेडक्वार्टर में विक्रम राठौड़ हथियारों की इस नाकामी पर जांच शुरु करवाता है, तो उस बन्दुक के आपूर्तिकर्ता काली (विजय सेतुपति) उसके साथ डील करने की कोशिश करता है, मगर विक्रम उस पर कठोर एक्शन लेने की बात करता है. अपने आप को फंसता हुआ देख एक रात काली विक्रम के घर पर हमला कर देता है. और विक्रम का अपहरण कर लेता है और उसे प्लेन पर ले जा कर नीचे फेंक देता है. और उधर उसके घर में कई लाख रूपये और अन्य आपत्तिजनक सामान छोड़ जाता है ताकि विक्रम एक देशद्रोही साबित हो सके. एक पुलिसवाला जब विक्रम की पत्नी ऐश्वर्या (दीपिका पादुकोन) को विक्रम के देशद्रोही कहने का दवाब बनाता है तब ऐश्वर्या उस पुलिस वाले की हत्या कर देती है, जिसके कारण कानून उसे फांसी की सजा सुनाता है. मगर फांसी के ठीक पहले पता चलता है कि ऐश्वर्या गर्भवती है, जिसके कारण उसे बच्चे के जन्म के बाद बच्चे की आयु 5 वर्ष तक होने तक उसकी फांसी टाल दी जाती है. उधर ऐश्वर्या जेल में ही एक बेटे को जन्म देती है और उसका नाम आजाद रखती है. और उसे सीख देती है कि बड़ा होकर वह अपने पिता की तरह देशभक्त बने और अपने पिता पर लगे कलंक को मिटाने के लिए काम करे. आजाद जब 5 वर्ष का होता है तब ऐश्वर्या को फांसी की सजा दे दी जाती है. आजाद को जेलर कावेरी अम्मा गोद ले लेती है और उसे पाल पोस कर बड़ा करती है .
उधर प्लेन से गिरने के बाद विक्रम एक नदी में गिर जाता है, लेकिन उसे गाँव वालों ने बचा लिया. लेकिन उसकी याददाश्त चली जाती है जिसके वजह से वह उसी गाँव में रह जाता है. 30 साल बाद युवा होकर आजाद (शाह रुख खान) उसी जेल का जेलर बनता है जहाँ उसकी माँ को फांसी की सजा हुई थी. आजाद अपने जेल की महिला कैदियों के साथ काफी अच्छा व्यवहार करता है और उन्हें अच्छा नागरिक बनने की प्रेरणा देता है. लेकिन वह देश में फैले कुव्यवस्था से काफी नाराज है, जिसके कारण वह व्यवस्था द्वारा पीड़ित लड़कियों के साथ मिल कर एक गैंग बनाता है और वह एक मेट्रो ट्रेन को हाईजैक कर हथियार के व्यापारी काली से हजारो करोड़ रुपया वसूलता है जिसका कर्ज बैंक ने माफ़ कर दिया था. उन पैसों को वह देश के किसानों में बाँट देता है. जिसके कारण वह देश भर में काफी लोकप्रिय हो जाता है. उसकी तलाश करने का जिम्मा स्पेशल ऑफिसर नर्मदा (नयनतारा) को दी जाती है. नर्मदा की शादी आजाद से होती है, जबकि नर्मदा इस बात से अनजान है कि आजाद ही वह शख्स है जिसकी उसे तलाश है. लेकिन पुलिस विभाग द्वारा आजाद की पहचान कर ली जाती है. और इसके पहले कि नर्मदा आजाद को गिरफ्तार करती, काली का भाई मनीष अपने आदमियों के साथ उन दोनों पर हमला कर देता है और उन दोनों को उठा कर अपने अड्डे पर ले आता है. जैसे ही वह आजाद को मारने वाला होता है तभी आजाद का पिता विक्रम राठौड़ वहां आ जाता है और मनीष को मार कर आजाद को अपने साथ लेकर चला जाता है.
नर्मदा आजाद का पता लगाने के लिए नकली कैदी बन कर आजाद के गैंग में शामिल कैदियों के वार्ड में जाती है. वहां उसे आजाद के पिता विक्रम राठौड़ के बारे में पता चलता है. उधर काली देश के चुनाव में अपना कब्जा जमाने के लिए विदेश से भारी मात्रा में पैसे मंगवाता है. जो कई ट्रकों में भर कर विदेश से आ रहा है. विक्रम और उसका बेटा आजाद अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उन पैसे भरे ट्रकों को अपने कब्जे में ले लेते हैं. लेकिन काली किसी तरह से विक्रम राठौड़ को अपने कब्जे में ले लेता है और उसे मारने ही वाला होता है कि तभी आजाद फिर से विक्रम राठौड़ बन कर जेल को अपने कब्जे में लेकर सरकार से डिमांड करता है कि प्रदुषण फैलाने वाले कारखानो को बंद करवाया जाय. जब काली को पता चलता है कि उसने जिस शख्स को पकड़ा है वह विक्रम राठौड़ है और जिसने जेल को कब्ज़ा में लिया है वह उसका बेटा आजाद है, तो वह अपने भाई मनीष की मौत का बदला लेने विक्रम को लेकर अपने कई सहयोगियों के साथ जेल के अन्दर चला जाता है. अपने पिता विक्रम को काली के हाथ बंधक देख कर आजाद काली का विरोध नहीं कर पाता है. तभी वहीँ पर विक्रम की याददाश्त वापस आ जाती है और वह काली को पहचान जाता है. फिर दोनों बाप बेटे मिल कर काली के गैंग का सफाया कर देते हैं और काली को उसी फांसी के तख्ते पर लटका देते हैं जिस पर ऐश्वर्या को लटकाया गया था. इस तरह फिल्म समाप्त हो जाती है.
This film is super duper hit.